प्यार के यारो ने चोद के बनाया रंडी
मिल के मुझे मेरे BF के दो दोस्त चोद रहे थे,
गांड चूत दोनों छेद को कस के खोद रहे थे,
दे रहे थे गाली चिनार रंडी है तू मादरचोद साली,
हरामी दोनों मुझे पागल कुत्तो की तरह नोच रहे थे!
गुस्से में थे दोनों क्यूंकि मैं बहुत भाव खाती थी,
उन दोनों को हल्का भाव दे खूब नचाती थी,
अपने बॉयफ्रेंड से चिपक के खूब इन्हे रिझाती थी,
समझ के चूतिया बदन हरामीपन में चिपकाती थी!
एक दिन इसी होशियारी में, मैं इनके बीच फंस गयी,
बॉयफ्रेंड के साथ इनके फ्लैट पे थी घटना ये घट गयी!
थी यार के साथ की, आयी इमरजेंसी उनको जाना पड़ा
मज़बूरी में रात का सफर साथ इनके मुझे बिताना पड़ा!
मेरे बॉयफ्रेंड ने जैसे ही इनके फ्लैट से प्रस्थान किया,
पटक के बेड पे सालो ने चूँचियो का रसपान किया,
फिर उठा के कमरे से वाशरूम में लाके कर दिया खड़ा,
कैसे बताऊ कितनी देर तक मैंने साथ उनके स्नान किया,
उतारा नहीं नोच नोच के फाड़ दिया बदन से हर कपडा
फर्श टब खड़ाकर घंटो जोरदार चूत से घमासान किया!
चुदाई के बीच की वार्ता :-
जबरदस्ती दोनों मुझे वाशरूम में लेके आये,
बंद किया गेट झुका के गांड पे चाटे बरसाए,
दी गलिया बोले भाभी आज मिली है किस्मत से
रांड करेगी मस्ती बता,तुझे तेरी औकात दिखाए!
मै बोलो वो भोसड़ी के चोदो मुझे बाते ना पेलो,
गांड में दम है तो दिखाओ दम और अच्छे से पेलो
मेरे यार ने मेरी ली है हर तरह से घंडो घंटो दबा के
निकाल दो मेरी आह, छुट है, चूत जैसे चाहो ले लो!
ये बोलते ही दोनों ने मुझे आगे पीछे से पकड़ लिया
कस के बीच में दबाया मुझे तकिया समझ जकड लिया
बीच फंसी मै, दो लंड चूत गांड पे महसूस कर रही थी
आज चूत का भोसड़ा होगा ये बात मेरे मन ने पढ़ लिया!
इतने प्यार,हल्का जोर से ऐसे चिपकाया था की मजा आ रहा था,
एक चूत को तो दूसरा गांड को बड़े ही प्यार से सहला रहा था,
एक खेल रहा था गांड से दूसरा ऊँगली से चूत फैला रहा था
एक चुम रहा गर्दन बेतहासा दूसरा बदन पे हाथ टहला रहा था!
अचानक घुसा गांड में लंड समझत पाती उससे पहले
लंड पे टंगी मेरी टाँगे उसने १८० डिग्री खोल दी!
गांड में मुसल घुसी थी,चूत के सामने लंड तैयार था
दर्द से रूह कांप उठी गांड पे भीसड़ ये प्रहार था
धक्को में बेरुखी थी,हवस थी, नहीं था अपनापन
समझ आ रहा जल्लाद है दोनों का इरादा खूंखार था!
तभी मारते मारते गांड हरामी वाशबेसिन पे उछाल के बैठा,
हल्का सा हवा में उछली और मै धप से उसके लंड पे गिरी,
उसका लंड जड़ तक एकदम गांड में था मेरी चीख निकल गयी,
उबर पाती इस दर्द से चूत में घुसा लंड हेकड़ी रह गयी धरी की धरी!
दो लंड मेरे सामने मेरी चूत लंड का भोसड़ा बना रहे थे,
कब कब मैंने इनका खड़ा किया है लंड सब गिना रहे थे,
बहुत हवस थी मेरे लिए इनके अंदर मैं अनजान थी,
मिला हुआ मौका दोनों चुदकड़ अच्छे से भुना रहे थे!
चूत में अंदर-बाहर लगतार २ रॉड हो रही थी,
चार हाथ बदन और चूँची को सहला रहे थे,
चूस रहे थे ओठ समझ आम बारी बारी से,
रेल की गति से चोद रहे थे मुझे रंडी बुला रहे थे!
जब मै थक के चूर हो बस झटको से हिलने लगी
दोनों ने पूरी ताकत से मसली चूँची तब मै जगी!
अब वो दोनों मुझे प्यार से चूमने चाटने लगे,
ऐसे चोदते हैं भाभी,कह एकदूसरे को डांटने लगे,
फिर लगे हसने बोले रंडी ठंडी मत पड़ चिनार,
फिर दुगुनी स्पीड से चूत गांड को नापने लगे!
उस चुदाई से ५ मिनट में चूत से पानी निकलने लगा,
वो रुके नहीं चोदते रहे भाग गांड चूत का जलने लगा,
मै दर्द से उन्हें नोचने लगी मगर सांड मुझसे चोदते रहे,
लगभग १ मिनट बाद एक चूत में एक गांड में झड़ने लगा!
इस चुदाई के बाद वो मुझे ले साथ बाथ टब मै बैठ गए,
एक बोला भाभी तुझे जब से देखा है हम चोदना चाहते थे,
पहले दिन से तेरी मखमली चूत को खूब खोदना चाहते थे,
तेरी चूत चोदने की लपट रोज झेलती है कामवाली,
कैसे बताऊ कबसे तुझे हम जीजान से ठोकना चाहते थे!
याद है बर्थडे की रात, बहुत खूबसूरत लग रही थी तू,
लंड पेंट फाड़ने को तैयार था जब खसम से लिपट रही थी तू,
उस रात तू कैसे चुदी होगी यही सोच लंड रात भर खड़ा रहा,
उसी दिन से तुझे चोदना है बात दिमाग में खटक रही थी!
दूसरा बोला
जब क्लास में तू आई पहली बार देखा दिमाग घूम गया,
मन किया फाड़ के लैगिन्स तेरी चूत में लंड उतार दू,
लिटा टेबल पे चोदू तुझे पूरी क्लास के सामने नगा कर,
घंटो चोदता रहू लंड अपना तेरी चूत में जड़तक गाड़ दू!
मगर अफ़सोस पहले तू हमारे हरामी दोस्त के लंड का शिकार हुई,
घंटो तुम्हारी चुदाई की आवाज से धारदार हमारे लंड की धार हुई,
तेरी चुदाई सुन सुन के हमदोनो की चाहत हो बात ये मालूम हुई,
जब समझ चूतिया हमें तू छेड़ने लगी बात वहा से ललकार हुई!
तू अकेली मिले अब हम दोनों वो मौका चाह रहे थे,
तुझे सोच सोच के हर रात सिर्फ लंड हिला रहे थे,
तुझे चोदने की चाह में कई चूत पे कर रहे थे अभ्यास,
आज ही के दिन के लिए रोज लंड को तेल पिला रहे थे!
वो दोनों बाते करते करते मेरी चूत को चूस रहे थे,
ऐसे कभी लूटी नहीं थी जैसे आज ये मुझे लूट रहे थे,
बोलने लगे बताओ भाभी क्या सोचा था हम कैसे होंगे
मांग रहे थे जवाब बार बार मेरी सोच क्या है पूछ रहे थे!
मै बोली
मै तुम दोनों से पहली बार अपनी जान के साथ ही मिली,
तब मैंने देखा २ लौंडे मेरे बदन की गहराई नाप रहे है,
साले काम के नहीं लगते बस मुट्ठी मार सकते है ये दोनों,
वो क्या चोदते होंगे किसी को जो पहले से ही हाफ रहे है!
मुझे अंदाजा नहीं था तुम दोनों कभी मुझे चोद पाओगे,
फुके हुए करतूत हो तुम दोनों, नहीं चूत को खोद आओगे,
कभी अगर मै खोल के बैठ भी जाऊ पैर अपना तो तुम,
झड़ जाओगे साले देख के नहीं चूत मेरी तुम भोग पाओगे!
वो तो शुक्र है पहले बॉयफ्रेंड को कई बार दी है अग्निपरीक्षा,
नहीं आज तुम दोनों लौंडो के सामने १ मिनट टिक नहीं पाती,
जिस बेरहमी से बिना सलीके के बजाय है तुम हरामियों ने,
तुम्हारी चुदाई के वजह से आज मै थक के मर जरुरु जाती!
बाथ टब में वो मेरे जिस्म से दोनों खेल रहे रहे थे,
जैसे हू कोई बिकाऊ रंडी मुझे वो पेल रहे थे,
मथ रहे थे दोनों शरीर लंड से मथनी की तरह,
बेरहमी से चुत गांड का निकाल वो तेल रहे थे!
तभी मेरे फ़ोन पे घण्टी बजी मेरे यार का फ़ोन आया,
मेरी जान मुझे घर जाना पड़ेगा ३ दिन उसने बताया,
मेरे दोनों दोस्त तेरा रखेंगे ख्याल पेरशान ना होना तुम,
कैसे बोलती उसके दोस्तों ने हुआ है लंड अंदर घुसाया!
मै चुदाई के शुरुर में उससे बात कर रही थी,बोली,
तुम्हारे यारो का अकेला देख मुझे खड़ा तो नहीं होगा ना,
मेरी जान तुम्हारे दोस्त कही कोई मर्यादा तो नहीं तोड़ेगे,
चिकनी चुत देख दोस्त क्या भगवान फिसल जाते है,
कही अकेला पा मुझे दोनों मेरी चुत लो नहीं ले लगे!
बोला,वो हरामी है दोनों बच के रहना मौका दोगी पेल देंगे,
हल्का भी रँडाप भांप लिया अगर तो लंड चुत में धकेल देंगे,
उसके बाद तुम समझना वो चोदते नहीं चिप के लेते है चुत,
गलती करोगे तोड़ के सारी मर्यादा ३ दिन तुझे ये रेल देंगे!
याद रखना वो मौका ढूढेंगे अगर मिला तो तुरंत चढ़ जायेंगे,
एक बार चढ़ने के बाद मुझसे ज्यादा फिर वो तुझपे चढेगे,
उस वक़्त कुछ नहीं कर पाउगा गलती तुम्हारी तुम देखना,
बाद उसके वो हरामी है जब चाहेंगे तुझे खोल के पढ़ेंगे!
फ्लैट के बगल में एक भाभी है उसकी अब सालो पे चाभी है,
क्लास की कम्युनिकेशन वाली mam की चाल बिगाड़ दी थी,
चेतवानी दे रहा बच के रखना सीधे दिखने वाले जल्लाद है साले,
मेरी जान गेट बंद रखना नहाते वक़्त नहीं घुस चुत को फाड़ देंगे!
कैसे बताऊ लेट बताय मेरी जान अब चुत फट चुकी है,
चुत की बन रही चटनी, गांड भी तेरे दोस्तों में बंट चुकी है,
मैं क्या मौका दूंगी वो खुद मौका ढूंढ कर चुके है चढ़ाई,
तेरे जाने के बाद तेरे दोस्तों के लंड का नाप चुत रट चुकी है!
Bye बोल फ़ोन काट दिया उसके बाद उसके दोस्त का फ़ोन बजा,
मेरे यार का फ़ोन था बोला उम्मीद है दोनों तो साथ ही होंगे,
वो बोले हाँ, तो बोला मेरी गर्लफ्रेंड है कमीनो बवाल मत करना,
काबू में रखना अपना लौड़ा देखना मत मेरी गर्लफ्रेंड का पकौड़ा,
मौका दे तो कोशिश करना छोड़ दो,चोद के बुरा हाल ना करना!
मैं सोचने लगी
उसकी बात सुन के मै चौकी साला दोस्तों को मना नहीं कर रहा है,
भरोसा है उसको उसके यार उसकी गर्लफ्रेंड की लेंगे जरूर चुत,
बस कर रहा है आखिरी प्रयास की क्या पता १% ना चोदे मुझे,
उसकी बात बता रही उसके दोस्त चोदेंगे मेरी भरपूर चुत!
अब इन दोनों का जवाब उसकी बात का,
भाई तेरी माल है, कैसी बात कर रहा हम चोदेंगे क्या,
माना तेरा जुगाड़ गांडफाड़ है,फिर भी उसे खोदेंगे क्या,
बोल के ये एक ने मुँह मेरा दबाया दूसरा मारने लगा गांड,
तुझे लगता है तेरी माल के बदन को वीर्य से भिगोदेगे क्या!
कसम से भाई तेरा माल है उसको हम आराम देंगे,
अगर दर्द करेगी उसकी कमर,लगा उसपे बाम देंगे,
रखेंगे पूरा ध्यान अपनी मखमली भाभी का,भाई है तू,
तीन दिन भाभी बोर नहीं होंगी हम मस्तिया तमाम देंगे!
बॉयफ्रेंड बोला
मादरचोदो पता है तुम दोनों अच्छे से रखोगे भाभी का ख्याल,
रात भर करोगे साथ उसके मस्ती,उसे रातभर नहीं सोने दोगे,
तुम दोनों कितने सीधे हो वो मुझसे बेहतर कौन जानता है, भाई,
रखोगे इतना ख्याल की भाभी को अपनी चड्डी भी नहीं धोने दोगे!
जो कर रहे करो मेरी जुगाड़ को भी bye बोलना,
उसने मुझे जुगाड़ बोला तो मै समझ गयी वो समझ चूका है,
उसके यारो ने उसकी गर्लफ्रेंड की चुत का उद्घाटन कर दिया है,
दोनों चोद रहे हैं मुझे, दूर नहीं हूँ मैं, हरामियों की गोदमें हू बैठी,
समझ गया, उसके दोस्तों ने चोद फतह उसका सिंघासन कर दिया है!
समझ गयी यार समझ चुका है अब मै इन दोनों की रंडी बन गयी हूँ,
वो भी रंडी समझ ही चोदेगा अब तो खुल के चूदो किस बात की शरम,
फिर बाथटब में चूसा मैंने हरामियों का लंड,मुँह में ले चाटती रही,
झाड़ दिया दोनों को एक बार में चूस चूस किया उनका लौड़ा नरम!
फिर प्यार से नहलाया उन दोनों ने रगड़ रगड़ के मुझे,
बाद उसके उठाया छत के बीच गद्दे पे नंगा लिटा दिया,
दोनों फिर नंगे ऊपर आये अगल बगल मेरे लेट गए,
ओढ़ी थी मैंने टॉवल उसको हाथो से अपने हटा दिया!
एक चुत एक चूँची से खेलने लगा मैं मस्त हो मचलने लगी,
फिर खुद को संभाल बोली मैं खुली छत है कोई देख लेगा,
ये अपना इलाका है,तू बस चुदाई पे ध्यान दे,छत ऊँची है,
हम ही लेंगे तेरी आजरात,उसके बाद कल तेरी शेख लेगा!
उसके बाद दोनों ने कई घंटो मेरे बदन के हर भाग से खेला,
चूसा ऐसे चुत जैसे सारा पानी पी जायेगे,भलभल कर मै झड़ गयी,
उसके बाद पिलाया पानी छत पे ही हाथो से अपने खिलाया,
उसके बाद रौंदा ५ घंटे धकमपेल चुदाई से बॉडी अकड़ गयी थी!
उसके बाद मै नीचे आके bed पे गिरी और सो गयी,
12 घंटे तक तक के चूर हो मै बेहोश पड़ी सोती रही!
आँख खुली जब महसूस हुआ कोई बदन को सहला रहा है,
देखा एक लम्बा चौड़ा मुस्टंडा देख मुझे लार टपका रहा था,
ये शेख था शहर का हरामी गुंडा वो आज मेरी लेने आया है,
समझ आया दोस्त इसका शेख से पुराना मामला निपटा रहा था!
शेख ने उठ के गेट बंद किया,सिगरेट जलाई बोला पैजामे का नाड़ा खोल,
जब निकाल दिया पैजामा, बोला चल बकरी बन अब अपना पिछवाड़ा खोल,
जैसे सांड चढ़ रहा हो हिरानी पे,पीछे आके वो मेरे ऊपर पूरा चढ़ गया,
डाल के चुत में लंड करने लगा चोट,कैसा लग रहा बोला रंडी बोल!
मै बोली मै रंडी नहीं हू भईया,वो हंसा बोला बहन ये दोनों मेरे छोटे भाई है,
ये प्रोटेक्शन है इनका ऐसे ही चुदवाते रहते है लड़किया मेरे लिए जो पराई है,
सब चूस के करती है शेख का खड़ा,तुझे तो देख के ही लंड फड़क गया,
अभी तो शरुआत है चोद के अभी तो भरनी मुझे तेरी चुत की खाई है!
पहलवान चोद रहा था मुझे हर तरिके से बड़े अलग तरीके से,
उसकी चुदाई में अलग कला थी दर्द दवा की तरह लग रहा था,
ऐसी चुदाई की उसने की रोम रोम रोमांचित हो नाचने लगा,
मजा दोगुना होता जा रहा था जैसे जैसे वो आगे बढ़ रहा था!
शेख ने चुत का शेक बना दिया था,हम दोनों एक साथ झड़े,
भर गया चुत में लावा वो झड़े लंड को चुत में हिलाता रहा,
दोनों हाथो से दबाया मेरा गाल और ओठ को कस के चूसा,
लेट गया मेरे ऊपर रख सर सीने पे नींद में गुर्राता रहा!
लाइट चली गयी थी हमदोनो पसीने में लथपथ थे,
वक़्त शाम का था ८ बजे का बोला छत पे चल,
मै बोली अभी नहीं लोग होंगे आस पास देख लेंगे,
चिल्लाया उठ मै भी आ रहा लेके लोला छत पे चल!
छत के और ऊपर लेके मुझे ले आया जहा पानी की टंकी थी,
आधे कमरे जितनी बड़ी टंगी में लेके मुझे घुस गया भोसड़ी का!
टंगी में पानी मेरी कमर तक और उसके लटके टटो तक था,
झुक के चूसने लगा चूँची १० मिनट में रस चूस गया था भोसड़ी का!
उस टंगी में उसने मुझे दौड़ा दौड़ा तैरा तैरा चोदा १ घंटे,
खड़े खड़े उठा के मुझे बुरी तरह उसने खोदा एक घंटे!
उसके बाद निकाल टंकी से लाया मुझे छत पे गीला फर्श पे लिटा दिया,
आ लेटा टांगो के बीच, घुसा लंड पूरा अंदर टट्टे चुत पे चिपका दिया,
घुटनो के बल बैठ,मेरी पकड़ के कमर पकड़ के हवा में चोद रहा था,
फर्श पे पटक दोनों पैर को खोल v बनाया और अनगिनत झटका दिया!
झड़ने से पहले दे दिया मुँह में बोला एक बून्द भी गिरी, फिर चुदेगी,
चाट के साफ़ कर कुछ भी बचा लंड पे,साली रंडी कोठी ले चलुगा,
वो कोठी कोठा है मेरे गुर्गे कसाई हैं चोद चोद तुझे रंडी बना देंगे,
रहियो तैयार आ रहे मेरे मेहमान इस ठंडी तुझे कोठी ले चलुगा!
उसकी बाते सुन डर से चाट चाट के गधे के लंड को साफ़ किया,
अभी बच गयी जाने से ठंडी तक छम्मो जा नीचे तुझे माफ़ किया!
थोड़ी देर बाद वो नीचे आया,मेरी फिर ली आधे घंटे,
३० मिनट में चुत पे अपनाये उसने तमाम हथकंडे,
इस तीस मिनट मै दो बार झड़ी भीषड़ चुदाई से,
थक के झड़ गया वो हम दोनों पड़ गए ठन्डे!
मै bed के सहारे थक घुटनो पे बैठ गयी,
उसने बोला मन करे तो याद करना शेख को,
शेख खुद नहीं आता चुदने को बुलाना पड़ता है,
आदत नहीं किसी के भी गले पड़ना शेख को!
उठ के कपडे पहने, कान में बोला १७ दिसंबर तैयार रखना,
कोठी पे आ रहे हैं मेहमान मुझरा कराऊंगा,५ लाख दुगा तुझे,
सोच ले उसदिन के बाद शेख तुझे कभी चुदने नहीं बोलेगा,
तुझे बस छुयेंगे २ मेहमान बता देना सोच,चल ८ लाख दुगा!
फिर शेख आधे घुटने पे बैठा ५०००० हजार की गड्डी निकाली,
फैलाया मेरी टांग को, चुत पे चट से नोटों की गड्डी को मारा,
हाथ में पकड़ाए ५०००० हजार बोला रख ले तेरे है रानी,
तुमने खुश किया है शेख को,चुदने में जवाब नहीं तुम्हारा!
और फिर उठा और चला गया,
उसके जाने के बाद पुरे १ दिन दोनों ने कुछ नहीं बोला,
मुझे भरपूर आराम दिया मैंने अपनी सारी थकान उतारी!
आखिरी दिन था,दोपहर में पुराने थिएटर मूवी दिखाने लाये,
खाली सुनसान था थिएटर बस हम तीन और चार और लोग,
मूवी शुरू होते ही रेकलाइनर पे मुझे लिटाया,
पूरा नंगा कर चोदने लगे तो देखा रहे निहार और लोग,
अब हम २ लड़किया थी और सामने ६ लंड लटके थे,
सारे मिल के लगे बजाने,तभी सुना,रहे पुकार और लोग!
४ और लोग पास आ गए दोनों कपल थे,
अब ८ लड़के चार लडकियां ठोक रहे थे,
३ घंटे की मूवी में तोड़ दिया मिल आठो ने,
पागलो की तरह भूल गिनतिया ठोक रहे थे!
तीन घंटे को मूवी हमने सात घंटे में कम्पलीट किया,
लड़को ने सारी मूवी पूरी चुत को पीट पीट किया,
आ गयी उसके बाद घर शाम में और आके सो गयी,
असहनीय थी लम्बी चुदाई सो के ये चैप्टर डिलीट किया!
फ़ोन करके नीचे बुलाया पिज़्ज़ा मंगाया था खिलाया,
२८ साल की कामवाली किचन में कर रही थी सफाई,
उठ को दोनों पास गए सामने मेरे उसे पूरा नंगा किया,
कुछ समझने से पहले उसके चुत की करने लगे पिटाई!
किचन की स्लैब जमीन पे उसे पटक-2 चोदने लगे,
देख उसकी चुदाई मेरे बदन पे सांप जैसे लोटने लगे,
देख रहे थे मुझे,कैसे मै कर रही थी चुत में ऊँगली,
जोश में आके दुगुनी स्पीड से चुत में लंड झोकने लगे,
खुला था गेट,खोल,अचानक पानी वाला अंदर आ गया,
देखा उन्होंने पानीवाले को,रुके,फिर,कामवाली ठोकने लगे!
पानी वाले ने पानी रखा लॉक किया जाके गेट,
लुंगी मै डाल हाथ मसलने लगा लौड़ा मुझे देख,
जोश में पीस रहा था दांत गोरी चुत मेरी घूर रहा था,
निकाल लुंगी से हिलाने लगा अपना हथोड़ा मुझे देख!
अब चल के वो मेरे बगल में आ गया मुझ को निहारने लगा,
छु रहा था बदन खुरदुरे हाथ से ऐसे जैसे ऐसा कभी देखा नहीं,
एकदम से झपटा मुझपे,मेरी चुत चूँची सब दांत से काटने लगा,
इतना बदसूरत काला इंसान जैसा मैंने,भैसा कभी देखा नहीं!
मै बोली हट बहनचोद भाग जा यहाँ से और मारी उसे लात,
देख मुझे कामवाली बोली पानीवाले से,नयी है दीदी आराम से,
कामवाल बोला हरामियों से,बोलो दीदी को बहनचोद बन जाए,
बोलते बोलते लदखाया लग सोफे पे और गिरा नीचे थड़ाम से!
मै हसने लगी वो उठा गुस्से में तमतमाता हुआ,
आया एकदम मेरे पास गुस्से में बमबमता हुआ,
पकड़ के बाल घसीट के सोफे से बेड पे लाया,
पटक के बेड पे चुकी में मारा चाटा झनझनाता हुआ!
पीछे से आवाज आयी आराम से होये दिमाग ना ख़राब हो,
वो बोला भईया मेरी बहन को पेलो तुम ऐसे,की उठ ना पाये,
और मै आपका माल है साला चोदू भी तो नजाकत दिखाऊ,
मै भी चोदुगा इसे आप अमीरो के जैसे,की उठ ना पाये!
फिर पानीवाले ने निकाल लुंगी अपना हथौड़ा चुत पे रख दिया,
झड़ वो तीनो बैठ गए सोफे पे देखने,मेरी चुत की चुदाई,
भैसे जैसे उस इंसान ने चुत नहीं सिर्फ मेरी गांड मारी,
निचोड़ दिया ऐसा लगा अभी झेला है चोदू भूत की चुदाई!
१ घंटे की धकमपेल लड़ाई की मैंने उस काले भैसे से,
पुरे घंटे वो साला मेरी गांड में काला कोयला डालता रहा,
टीवी में देखा है तेरे जैसा माल बोल बोल बदन चाट रहा था,
मेरी भट्टी में बेरहमी से,बहनचोद साला कोयला डालता रहा!
भैसे के लाड़ से खुल गए थे मेरी नादान घाड़ के घोड़े,
इन ३ दिन लिए थे मैंने ना जाने कितने तरह के लोडे,
झड़ के साले ने गांड में भर दिया सारा माल अपना,
नस चाहती थी किसी तरह ये काला भैस मुझे छोड़े!
मेरे यार के दोस्त बोले अब हिसाब बराबर हो गया,
अब तेरे बहन की काम से छुट्टी नयी मस्त माल ला,
भईया दे दूँगा कामवाली टैक्स में इनकी चुत लगेगी,
ले लेना कल बस तू अब किचन में नयी छिनाल ला!
मै चिल्लाई कुत्तो कल मेरा यार आ जायेगा १२ बजे,
खुजाता हुआ टट्टे बोला ठीक है भईया सुबह आ जाउगा,
इनकी चुत की याद में रात भर लौड़े पे तेल लगाउंगा,
खोल देना गेट कल ११ बजे तक इनकी चुत बजाऊगा!
बोल के कामवाली पानीवाले के साथ चली गयी!
आधे घंटे बाद जब होश आया मै ऊपर कमरे में आ गयी,
१ घंटे बाद वो दोनों कमरे में आ के खड़े हो गए सामने,
बोले यार हमारी वजह से तू रंडी बन गयी, रियली sorry,
एकबार और झेल ले धीरे धीरे उनके लौड़े बड़े हो गए सामने!
थोड़ी देर दोनों ने मुझे बहुत ही प्यार से दुलार से चोदा,
गरम हो गए जब हरामी फिर मुझे अच्छे से पलार के चोदा,
११:३० बजे शुरू हुआ आखिरी सिलसिला २ बजेतक चला,
आखिरी आधे घंटे दोनों ने गांडफाड़ मुझे ललकार के चोदा!
मेरे मुँह पे झाड़ा दोनों ने और thank you for days बोल के चले गए,
सुबह घंटी बजी ८ बजे,एक ने चिल्ला मुझे बोला गेट खोल देना प्लीज,
दिमाग बंद था भूल गयी थी कौन होगा आधी नींद में गेट खोल दिया,
सामने पानीवाले को देखा तो आँख खुल गयी भागने की कोशिश की,
पकड़ लिया जालिम ने बंद किया दरवाजा और अपना लंगोट खोल दिया!
४० सेकंड में साले ने मेरे बदन से लिपटे हर कपडे को फाड़ डाला,
मुँह में लगा के चुत को छाता चूसा ऐसा १० मिनट में मुझे झाड़ डाला,
पी गया पूरा निकला चुत का पानी और हटा नहीं चुत को चाटता रहा,
उसके बाद लगाया उसने अपने लंड में थूक और चुत को फाड़ डाला!
भगा भगा कमरे में कभी सीढ़ी कभी दीवार पे चिपका चोदा,
साला ३ घंटे से चोद के थका नहीं जल्लाद ठोके ही रहा था,
३ बार झड़ चुकी थी साले की बेरहमी बढ़ती जा रही थी,
झड़ नहीं रहा था लंड उसका कड़क होते ही जा रहा था!
आखिरकार वो झड़ा उसने चोद के झकझोर दिया था मुझे,
किसी तरह संभाल पा रही थी खुद को तोड़ दिया था मुझे!
चोद के चोदू इतरा के फ्लैट से निकला भड़वा,
लगभग ३ बजे के आसपास मेरे यार ने घर पे दस्तखत दी,
लिपट गयी जाके उससे जीजान से भर लिया उसको बाहो में!
उस दिन के बाद मेरा यार मुझे कम, दोस्त ज्यादा ठोकते थे,
बन गयी थी रंडी खुल के अनजान से चुद लेती थी मै ब्याहो में!
कैसी लगी कहानी बताये जरूर [email protected].
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