ट्रुथ एंड डेयर गेम खेल किया फोरसम
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keyboard_arrow_right ट्रुथ एंड डेयर गेम खेल किया फोरसम – भाग २
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नमस्कार मैं कुणाल मोहाली, चंडीगढ़ से हूँ। मैं आपको अपनी सच्ची घटना बताने जा रहा हूं जो आज से करीब 6 महीने पहले की है। मैं आपको बताऊंगा कैसे मैंने अपने एनआरआई दोस्त, अपनी गर्लफ्रैंड और उसकी सहेली के साथ ‘ट्रुथ एंड डेयर’ गेम खेला। और उसके बाद फोरसम किया।
कहानी के पात्र।
मैं: कुणाल: 35 साल
मेरी गर्लफ्रेंड: मालिनी 37 साल
मेरा एनआरआई दोस्त: शुभ 34 साल
मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली: पूजा 38 साल
अब जल्दी से कहानी शुरू करते हैं। मैं अपनी गर्लफ्रेंड मालिनी के साथ पिछले करीब 7 साल से रिलेशनशिप में हूँ। हम दोनों बहुत ज्यादा खुलकर सेक्स करते हैं और सेक्स में हर चीज का मजा लेते हैं।
मैंने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उसकी सहेली पूजा को भी चोदा है। हम तीनों बहुत थ्रीसम कर चुके हैं। अब करीब 6 महीने पहले मेरा दोस्त ऑस्ट्रेलिया से वापस आने वाला था। इस बारे में मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से बात की।
मैंने बताया कि, ‘मेरा दोस्त आ रहा है हम चारों लोग मिलकर मजा कर सकते हैं।’ पहले तो मेरी गर्लफ्रेंड ने मना किया और कहा, ‘मैं इसमें आपका साथ नहीं दूंगी। अगर आप चाहो तो पूजा को आपने साथ ले जाओ और थ्रीसम कर लो।’
लेकिन मैंने कहा, ‘मजा तो चारों को साथ में करने में आएगा।’ दरअसल मेरी गर्लफ्रेंड मेरे दोस्त के सामने अपने कपड़े उतारने से शर्मा रही थी। लेकिन मेरे बहुत ज्यादा मनाने के बाद वह मान गई।
फिर वह दिन आया जब मेरा दोस्त ऑस्ट्रेलिया से वापस आ गया। और मैंने उसके साथ बात करके सारा प्रोग्राम सेट कर लिया। वहां मेरे गर्लफ्रेंड मालिनी ने अपने सहेली पूजा के साथ भी सारी बात कर ली। और उसे भी साथ चलने के लिए मना लिया।
अगले दिन मेरा दोस्त अपने पापा की डस्टर कार लाया और हम चारों मोहाली से पहाड़ों में पड़ने वाले कसौली की तरफ चल दिए। रास्ते में हमने कुछ दारू, बियर और सिगरेट वगेरा ले ली। हम सब लोग खाते-पीते करीब डेढ़ घंटे में कसौली पहुंच गए।
वहां जा कर हमने होटल में दो रूम बुक कर लिए। लेकिन हम चारों एक ही रूम में चले गए और फिर हमने और पेग लगाए। उसके बाद हम मस्ती करने के लिए ‘ट्रुथ एंड डेयर’ गेम खेलने लगे। इस गेम में हमने एक रूल रखा। एक बोतल को स्पिन करेंगे जिसपर बोतल आकर रुकेगी उसे अपनी बॉडी से एक कपड़ा उतारना पड़ेगा।
तो हमने गेम शुरू की। सबसे पहले बोतल आकर मालिनी पर रुकी तो उसने अजीब सी शक्ल बनाते हुए अपनी जैकेट उतार दी। उसके अंदर उसने स्लीवलेस टॉप पहना हुआ था। जिसमे उसके आधे से ज्यादा चुचे दिख रहे थे। वो देख कर मेरे दोस्त का लंड खड़ा हो गया।
उसके बाद पूजा ने बोतल घुमई और वह जाकर शुभ पर रुकी तो उसने भी अपनी शर्ट उतार दी। फिर मालिनी ने बोतल घुमाई और वह जाकर उसी के सामने रुक गई। फिर मालिनी ने अपना टॉप भी उतार दिया। अब वह हमारे सामने केवल लाल रंग की ब्रा और पैंट पहन कर बैठी हुई थी।
फिर शुभ ने बोतल घुमाई और वह जाकर पूजा के सामने रुकी। पूजा ने अपना टॉप उतारा अब वो भी ब्रा में आ गई। दोनों खूबसूरत लड़कियां हमारे सामने ब्रा पहने हुए बैठे थी। जिसे देखकर हम दोनों को खुद पर काबू करना मुश्किल हो रहा था।
फिर अगली बार मेरी आई और मैंने अपनी शर्ट उतारी। अगली बार बोतल दोबारा जाकर मालिनी के सामने रुकी बहुत अपनी पेंट की उतारनी पड़ी। वह सिर्फ लाल कलर की ब्रा और लाल पेंटी में हमारे सामने बैठी हुई थी।
फिर लगातार तीन बार बोतल शुभ के सामने रुकी और अपने सारे कपड़े उतारने पड़े। आखिर में अंडरवियर बचा था और वह भी उतर गया। वह पूरा नंगा होकर सबके सामने बैठ गया। उसके बाद धीरे-धीरे करके सब नंगे हो गए।
सब के कपड़े उतरने के बाद हमने गेम का रूल बदला। जो बोतल घुमाएगा और जिसके सामने बोतल रुकेगी तो उसे घूमने वाले की बात माननी पड़ेगी। वो उसे कोई भी डेयर दे सकता है। तो सबसे पहले बोतल मैंने घुमाई और वह जाकर पूजा के सामने रुकी।
मैंने पूजा को कहा कि वो जाकर शुभ की गोद में बैठे और जाकर उसे अपनी चूची पिलाएं। उसने ऐसा ही किया। जैसे ही वो शुभ की गोद में बैठी तो शुभ ने उसे अपनी बाहों में ले लिया और छोटे बच्चे की तरह उसके दूध पीने लगा।
फिर शुभ ने बोतल घुमाई और वह जाकर मालिनी पर रुकी। तो शुभ ने कहां की वो मालिनी की चुचे मसलना और पीना चाहता है। यह सुनकर मालिनी पूरी तरह शरमा गई मना करने लगी। सभी ने उसे बोला की गेम का रूल है और मानना पड़ेगा। तो वो चुप हो गई।
इतने में शुभ मालिनी के गोल-गोल सुंदर दूध जैसे चुचो पर फूट पड़ा और उन्हें जोर जोर से दबाने और पीने लगा। शर्म से मालिनी का चेहरा लाल हो गया और वह शुभ को हाथ से पीछे हटाने लगी।
लेकिन शुभ मानने को तैयार नहीं था कि वह पहले ही मालिनी के पीछे देख कर पागल हो रहा था। काफी देर चुचे पीने के बाद वह वापस अपनी जगह पर बैठा। फिर मैंने बोतल घुमाई और वह दोबारा से जाकर मालिनी पर रुकी।
इस बार तो मालिनी की रोने जैसी हालत हो गई थी। वह बोलने लगी कि, ‘मुझे क्यों हर बार फंसा रहे हो?’ फिर मैंने कहा कि, ‘अब तुम्हारी बारी आई है तो करना तो पड़ेगा।’ मैंने उसे कहा कि वह अपनी दोनों टांगे खोलकर बैठे और मैं फुद्दी चाटुगा।
बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी लेकिन उसने अपनी टांगे खोली। तो अंदर पिंक कलर की फुद्दी नजर आ रही थी। जब मैंने अपनी जीभ फुद्दी में डाली तो वो अंदर से पूरी तरह गिली हो चुकी थी। जिससे साफ पता लग रहा था मालिनी को बहुत मजा आ रहा है और वह पूरी तरह गर्म हो चुकी है।
फिर शुभ ने बोतल घुमाई और पूजा पर जाकर रुकी। तो शुभ ने पूजा को कहा की हो घोड़ी बनकर बैठ जाए और वह पीछे से उसकी गांड दबाएगा। फिर पूजा ने ऐसे ही किया और शुभ उसके पीछे ना होकर काफी समय तक उसकी मोटी गांड से खेलता रहा।
पूजा ने बोतल घुमाई और वह आकर मुझ पर रुकी। तो पूजा ने मुझे कहा कि मैं शुभ के होठों पर किस करू। पहले तुम मुझे बहुत अजीब लगा कि मैंने आज तक किसी भी लड़के को इस प्रकार से टच नहीं किया है। लेकिन गेम का रूल था इसलिए कुछ कर नहीं सकते। तो मैंने हुए शुभ के होंठों पर किस किया। उसके बाद हमने गेम बंद की और चारों बेड पर आ गए।
अब अगले पार्ट में मैं आपको बताऊंगा कैसे हम चारों ने मिलकर चुदाई का मजा लिया।
उम्मीद करता हूं कि आपको यह कहानी पसंद आई होगी। आप मुझे मेरे ईमेल आईडी [email protected] पर कहानी का फीडबैक दे सकते हैं।
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